।। ये गीत तुझे कैसे दे दूँ ।।
ये गीत मेरी परिभाषा हैं
ये गीत मेरा इतिहास सखे!
ये गीत बसन्ती फागुन से
ये गीत मचलते सावन से
ये गीत ग्रीष्म से, पतझर से
हेमंत-शिशिर के आँगन से
ये गीत विरह वर्षा ऋतु है
ये गीत मिलन, मधुमास सखे!
ये गीत मेरी परिभाषा हैं
ये गीत मेरा इतिहास सखे!
ये गीत बिकाऊ माल नहीं
ये गीत हृदय की निधियां हैं
ये गीत अधूरे सपने हैं
ये गीत पुरानी सुधियाँ हैं
ये गीत मेरी धरती माँ हैं
ये गीत मेरा आकाश सखे!
ये गीत मेरी परिभाषा हैं
ये गीत मेरा इतिहास सखे!
ये गीत तुझे कैसे दे दूँ
ये गीत हृदय की प्यास सखे!
ये गीत मेरी परिभाषा हैं
ये गीत मेरा इतिहास सखे!
Blog- Nitin Pal Singh
fb.com/ernitinl